Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
सावन की चौथी सोमवारी और मलमास की शिवरात्रि पर बाबा वैद्यनाथ के दरबार में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह चार बजे मंदिर के कपाट खुलते ही कतार में लगे भक्तों ने बाबा वैद्यनाथ पर जलार्पण किया।
देवघर। सावन की चौथी सोमवारी और मलमास की शिवरात्रि पर बाबा वैद्यनाथ के दरबार में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह चार बजे मंदिर के कपाट खुलते ही कतार में लगे भक्तों ने बाबा वैद्यनाथ पर जलार्पण किया। श्रद्धालुओं को पंडित शिवराम झा चौक से कॉरिडोर होते हुए क्यू कॉम्पलेक्स फुटओवर ब्रिज के रास्ते बाबा मंदिर के मंझला खंड में लाकर अरघा के माध्यम से बाबा पर जलार्पण कराया जा रहा है।
सावन के पहले 15 दिनों तक कांवरियों की भीड़ से बाबा नगरी पटी रही लेकिन मलमास लगने का बाद श्रद्धालुओं की संख्या कम हो गई थी। ऐसे में सोमवारी पर जुटी भीड़ से यहां के पंडा, पुरोहितों, दुकानदारों व वाहन चालकों के साथ ही सेवा को आतुर शिविर संचालकों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है।
इधर, श्रद्धालुओं को बेहतर आतिथ्य उपलब्ध कराने के लिए नए डीसी विशाल सागर देर रात से ही डटे रहे। इस दौरान उन्होंने बाबा मंदिर सहित परित्राण कैंप, दुम्मा बॉर्डर, कांवरिया पथ, कोठिया टेंट सिटी, बाघमारा आईएसबीटी आदि का निरीक्षण कर कांवड़ियों से बातचीत भी की। दूसरी ओर नए पुलिस कप्तान अजीत पीटर डुंगडुंग भी देर रात से ही सुरक्षा में सक्रिय रहे।
मलमास की दूसरी सोमवारी पर सर्वाधिक श्रद्धालु यूपी, एमपी, बंगाल और राजस्थान से पहुंचे हैं। मान्यता है कि सोमवती त्रयोदशी के पावन बेला में भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से पूरे शिव परिवार की पूजा हो जाती है। इस मुहूर्त में यहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा को पूड़ी, रोट, नारियल, अन्न आदि का भोग अर्पित किया। माना जाता है कि श्रयोदशी के दिन बर्तन या गृहस्थी का सामान खरीदने से घर में सुख, समृद्धि व वैभव की प्राप्ति होती है इसलिए देवघर की पेड़ा, चूड़ा, चूड़ी, कपड़े आदि की दुकानों के साथ ही बर्तन और कपड़ों की दुकानें भी कांवड़ियों की भीड़ से गुलजार रहीं।